Section 312 BNS | BNS 312
यदि लूट या डकैती करने का प्रयत्न करते समय अपराधी किसी घातक हथियार से सज्जित होगा, तो उसे ऐसे कारावास से दंडित किया जाएगा, जो 7 वर्ष की अवधि से कम का नहीं होगा।
उदाहरण: लालू एक लुटेरा है, एक दिन वह बिना लाइसेंस की बंदूक को साथ लेकर किसी को लूटने के लिए निकला, रास्ते में उसने एक मोटरसाइकिल पर सवार व्यक्ति को रोक कर लूटना चाहा, लेकिन वहीं पुलिस आ गई और लालू को गिरफ्तार कर लिया गया, ऐसे मामले में लालू को उपरोक्त उपधारा के अनुसार ऐसे कारवास से दंडित किया जाएगा, जिसकी अवधि 7 साल से कम की नहीं होगी।
नोट: भारतीय न्याय संहिता की धारा 312, भारतीय दंड संहिता की धारा 398 के समरूप है।
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Section 312 of BNS Bare Act
FAQs from BNS Section 312
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What is 312 BNS punishment?
बीएनएस की धारा 312 के तहत अपराधी को 7 साल से अधिक समय के कारावास से दण्डित किया जाएगा।
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What is the fine under section 312 of the Bharatiya Nyaya Sanhita?
बीएनएस की धारा 312 में जुर्माने की राशि की बात नहीं कही गयी है।
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Is 312 BNS a cognizable or non-cognizable offence?
बीएनएस की धारा 312 के अंतर्गत किए गए अपराध ‘संज्ञेय’ हैं।
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Is 312 BNS bailable or not?
बीएनएस की धारा 312 के अंतर्गत किए गए अपराध ‘ग़ैर-जमानतीय’ हैं।
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312 BNS offence is triable by which Court?
बीएनएस की धारा 312 के अंतर्गत किए गए अपराध की सुनवाई ‘सेशन कोर्ट’ करता है।
Difficult words of BNS Section 312
शब्द | सरल अर्थ |
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संज्ञेय अपराध | ऐसे अपराध जिनमें कोई पुलिस अधिकारी बिना वारंट के भी गिरफ्तार कर सकता है। |
असंज्ञेय अपराध | ऐसे अपराध जिनमें कोई पुलिस अधिकारी बिना वारंट के गिरफ्तार नहीं कर सकता। |
जमानतीय अपराध | ऐसे अपराध जिनमें पुलिस थाने से सीधे जमानत मिल जाती है, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की प्रथम अनुसूची में सभी जमानतीय अपराध दिए गए हैं। |
गैर-जमानतीय अपराध | ऐसे अपराध जिनमें पुलिस थाने से सीधे जमानत नहीं मिलती, बल्कि न्यायलय में मामले की सुनवाई के बाद न्यायाधीश इसका फैंसला करता है कि जमानत कब मिलेगी, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की प्रथम अनुसूची में सभी गैर जमानतीय अपराध दिए गए हैं। |
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