Section 125 BNSS: दोषसिद्धि पर शांति बनाए रखने के लिए प्रतिभूति

Section 125 BNSS | BNSS 125

125(1) BNSS | BNSS 125(1)

जब कोई सेशन न्यायालय या प्रथम श्रेणी का मजिस्ट्रेट किसी व्यक्ति को उपधारा (2) में बताये गए किसी अपराध के लिए या किसी ऐसे अपराध के दुष्प्रेरण के लिए दोषी ठहराता है और उसकी राय है कि शांति बनाए रखने के लिए ऐसे व्यक्ति से प्रतिभूति लेना आवश्यक है, तो न्यायालय ऐसे व्यक्ति पर दंडादेश पारित करते समय उसे ऐसी अवधि के लिए जो तीन वर्ष से अधिक न हो, शांति बनाए रखने के लिए, जैसी वह ठीक समझे, बॉन्ड या जमनातपत्र निष्पादित करने का आदेश दे सकता है।

125(2) BNSS | BNSS 125(2)

उपाधारा (2) में बताए गए अपराध निम्नलिखित हैं—

  1. भारतीय न्याय संहिता, 2023 के अध्याय 11 के अधीन दंडनीय कोई अपराध, जो धारा 193 की उपधारा (1) या धारा 196 या धारा 197 की अधीन दंडनीय अपराध से भिन्न है;
  2. कोई ऐसा अपराध, जिसके अंतर्गत हमला या आपराधिक बल का प्रयोग या रिष्टि करना शामिल है;
  3. आपराधिक धमकी देने का कोई अपराध;
  4. कोई अन्य अपराध, जिससे शांति भंग हुई हो या होने का इरादा था या होने की संभावना ज्ञात थी।

125(3) BNSS | BNSS 125(3)

यदि दोषसिद्ध की अपील पर या अन्यथा दोषसिद्ध रद्द कर दी जाती है, तो इस प्रकार निष्पादित बॉण्ड या जमनातपत्र शून्य हो जाएगा।

125(4) BNSS | BNSS 125(4)

इस धारा के तहत कोई आदेश अपील न्यायलय या किसी दूसरे न्यायालय द्वारा भी दिया जा सकता है, जब वह पुनरीक्षण की अपनी शक्तियों का प्रयोग कर रहा हो।

नोट: भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 125, कुछ परिवर्तनों के साथ दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 106 के समरूप है।

Section 125 of BNSS Bare Act

Section 125 of The Bharatiya Nagarik Suraksha Sanhita Bare Act

Difficult words of BNSS Section 125

शब्दसरल अर्थ
दुष्प्रेरण गलत नीयत से उकसाना
प्रतिभूतिसुरक्षा जमा राशि
रिष्टिकिसी व्यक्ति को नुकसान पंहुचाना
निष्पादनकार्य को अमल में लाना
पुनरीक्षण संशोधन या सुधार की दृष्टि से दोबारा परीक्षण करना

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Reference Link: New Criminal Laws (BNSS), Ministry of Home Affairs

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