Section 239 BNS: सूचना देने के लिए आबद्ध व्यक्ति द्वारा अपराध की सूचना देने में जानबूझकर चूक करना

Section 239 BNS: सूचना देने के लिए आबद्ध व्यक्ति द्वारा अपराध की सूचना देने में जानबूझकर चूक करना

Section 239 BNS | BNS 239 जो कोई यह जानते हुए या यह विश्वास करने का कारण रखते हुए कि किसी के द्वारा कोई अपराध किया गया है तथा वह उस अपराध के बारे में कोई सूचना देने के लिए कानूनी रूप से आबद्ध है, फिर भी ऐसी सूचना को देने में जानबूझकर चूक करेगा, … Read more

Section 238 BNS: अपराध के साक्ष्य को गायब करना, या अपराधी को छिपाने के लिए झूठी सूचना देना

Section 238 BNS: अपराध के साक्ष्य को गायब करना, या अपराधी को छिपाने के लिए झूठी सूचना देना

Section 238 BNS | BNS 238 जो कोई यह जानते हुए या विश्वास करने का कारन रखते हुए, किसी के द्वारा कोई अपराध किए जाने के बाद उस अपराध के लिए किसी साक्ष्य को इस आशय से गायब करेगा कि अपराधी को वैध दंड से छिपाया जा सके या उस आशय से ऐसी सूचना देगा, … Read more

Section 237 BNS: किसी झूठी घोषणा के बारे में जानते हुए भी उसे सत्य के रूप में काम में लाना

Section 237 BNS: किसी झूठी घोषणा के बारे में जानते हुए भी उसे सत्य के रूप में काम में लाना

Section 237 BNS | BNS 237 जो कोई किसी ऐसी घोषणा को, यह जानते हुए कि वह घोषणा किसी तात्विक बात के संबंध में मिथ्या है, भ्रष्टतापूर्वक सत्य के रूप में उपयोग में लेगा या उपयोग में लाने का प्रयत्न करेगा, तो उस व्यक्ति को उसी प्रकार दंडित किया जाएगा, मानो उसने मिथ्या साक्ष्य दिया … Read more

Section 236 BNS: ऐसी घोषणा में किया गया मिथ्या कथन जो विधि द्वारा साक्ष्य के रूप में ग्रहण योग्य है

Section 236 BNS: ऐसी घोषणा में किया गया मिथ्या कथन जो विधि द्वारा साक्ष्य के रूप में ग्रहण योग्य है

Section 236 BNS | BNS 236 जो कोई, अपने द्वारा की गई घोषणा या हस्ताक्षरित किसी घोषणा में, जिसे किसी तथ्य के साक्ष्य के रूप में लेने के लिए कोई न्यायालय, या कोई लोक सेवक या कोई अन्य व्यक्ति विधि द्वारा आबद्ध या प्राधिकृत है, कोई ऐसा कथन करता है, जो किसी ऐसी बात के … Read more

Section 163 BNS: सैनिक, नौसैनिक या वायुसैनिक के अभित्याग का दुष्प्रेरण

Section 163 BNS: सैनिक, नौसैनिक या वायुसैनिक के अभित्याग का दुष्प्रेरण

Section 163 BNS | BNS 163 जो कोई भारत सरकार की सेना, नौसेना या वायु सेना के किसी अधिकारी, सैनिक, नौसैनिक या वायुसैनिक को सेना से परित्याग किये जाने का दुष्प्रेरण करेगा, तो उसे 2 वर्ष तक के कारावास या जुर्माना या दोनों से दंडित किया जाएगा। उदाहरण: लालसिंह भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट के पद … Read more

Section 235 BNS: प्रमाणपत्र को, जिसका मिथ्या होना ज्ञात है, सत्य के रूप में काम में लाना

Section 235 BNS: प्रमाणपत्र को, जिसका मिथ्या होना ज्ञात है, सत्य के रूप में काम में लाना

Section 235 BNS | BNS 235 जो कोई किसी प्रमाणपत्र को यह जानते हुए कि वह भौतिक आधार पर मिथ्या है, सत्य प्रमाणपत्र के रूप में भ्रष्ट रूप से उपयोग करेगा या उपयोग करने का प्रयत्न करेगा, तो वह ऐसे दंडित किया जाएगा, मानो उसने मिथ्या साक्ष्य दिया हो। उदाहरण: लालू के पिता के नाम … Read more

Section 234 BNS: मिथ्या प्रमाणपत्र जारी करना या हस्ताक्षरित करना

Section 234 BNS: मिथ्या प्रमाणपत्र जारी करना या हस्ताक्षरित करना

Section 234 BNS | BNS 234 जो कोई ऐसा प्रमाणपत्र जारी करेगा या हस्ताक्षरित करेगा, जिसका दिया जाना या हस्ताक्षरित होना विधि द्वारा अपेक्षित है, या किसी ऐसे तथ्य से संबंधित हो, जिसके लिए ऐसा प्रमाणपत्र विधि द्वारा साक्ष्य के रूप में स्वीकार्य है, यह जानते हुए या विश्वास करते हुए कि ऐसा प्रमाणपत्र भौतिक्ता … Read more

Section 233 BNS: उस साक्ष्य को काम में लाना जिसका मिथ्या होना ज्ञात है।

Section 233 BNS: उस साक्ष्य को काम में लाना जिसका मिथ्या होना ज्ञात है।

Section 233 BNS | BNS 233 जो कोई किसी ऐसे साक्ष्य को, जिसके बारे में वह जानता है कि वह झूठा है या गढ़ा हुआ है, उसे भ्रष्ट तरीके से सच्चे या वास्तविक साक्ष्य के रूप में उपयोग करेगा या उपयोग करने का प्रयास करेगा, उसे उसी तरह से दंडित किया जाएगा जैसे कि उसने … Read more

Section 232 BNS: किसी व्यक्ति को मिथ्या साक्ष्य देने के लिए धमकाना

Section 232 BNS: किसी व्यक्ति को मिथ्या साक्ष्य देने के लिए धमकाना

Section 232 BNS | BNS 232 232(1) BNS | BNS 232(1) जो कोई किसी अन्य व्यक्ति को उसके शरीर, प्रतिष्ठा या संपत्ति को या उस अन्य व्यक्ति से जुड़े किसी दूसरे व्यक्ति के शरीर या प्रतिष्ठा को इस आशय से क्षति पहुंचाने की धमकी देता है कि वह व्यक्ति मिथ्या साक्ष्य दे, तो उसे 7 … Read more

Section 231 BNS: आजीवन कारावास से दंडनीय अपराध के लिए दोषसिद्धि कराने के आशय से मिथ्या साक्ष्य देना या गढ़ना

Section 231 BNS: आजीवन कारावास से दंडनीय अपराध के लिए दोषसिद्धि कराने के आशय से मिथ्या साक्ष्य देना या गढ़ना

Section 231 BNS | BNS 231 जो कोई भारत में उस समय लागू कानून के द्वारा आजीवन कारावास या 7 वर्ष या उससे अधिक की अवधि के कारावास के लिए (लेकिन मृत्यु से दंडनीय अपराध न हो) किसी व्यक्ति को दोषसिद्ध करने की आशय से कोई मिथ्या साक्ष्य देगा या गढ़ेगा या यह संभाव्य जानते … Read more