Section 118 BNS: खतरनाक हथियारों या साधनों से स्वेच्छा से उपहति कारित करना या स्वेच्छा से घोर उपहति कारित करना

Section 118 BNS | BNS 118

118(1) BNS | BNS 118(1)

भारतीय न्याय संहिता की धारा 118(1) के अनुसार, जो कोई धारा 122(1) में बताए गए मामलों के अलावा, गोली चलाने, छुरा घोपने, या काटने के लिए किसी उपकरण द्वारा या किसी ऐसे उपकरण द्वारा, जो अपराध के हथियार के रूप में उपयोग में लाया जाये, तो उससे मृत्यु होना संभावित हो, या आग द्वारा या किसी गर्म पदार्थ द्वारा या किसी जहर द्वारा या किसी संक्षारक पदार्थ या किसी विस्फोटक पदार्थ द्वारा या किसी ऐसे पदार्थ से जिसका सांस में जाना या निकलना या रक्त में पहुंचना मानव शरीर के लिए हानिकारक है, या किसी जीव जंतु द्वारा स्वेच्छा से आघात पंहुचवाएगा, तो उसे 3 वर्ष तक के कारावास या ₹20,000 तक के जुर्माने या दोनों से दंडित किया जाएगा।

उदाहरण: भूरा ने लालू पर झगड़े के दौरान चाकू से हमला किया जिससे लालू घायल हो गया लेकिन उसे अस्पताल ले जाने के बाद बचा लिया गया, ऐसे मामले में भूरा को उपरोक्त उपधारा के अनुसार 3 वर्ष तक के कारावास या ₹20,000 तक के जुर्माने या दोनों से दंडित किया जाएगा।

118(2) BNS | BNS 118(2)

भारतीय न्याय संहिता की धारा 118(2) के अनुसार, जो कोई धारा 122(2) में बताई गई दशा के अलावा, धारा 122(1) में बताए गए साधनों से स्वेच्छा से आघात करता है, तो उसे आजीवन कारावास से या 1 वर्ष से 10 वर्ष तक के कारावास से दंडित किया जा सकेगा और वह जुर्माने के लिए भी दायी होगा।

उदाहरण: कालू की लालसिंह से दुश्मनी चल रही थी, एक दिन कालू ने अचानक पीछे से आकर लालसिंह पर चाकू से हमला किया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया, ऐसे मामले में कालू को उपरोक्त उपधारा के अनुसार आजीवन कारावास से या 1 वर्ष से 10 वर्ष तक के कारावास से दंडित किया जा सकेगा और वह जुर्माने के लिए भी दायी होगा।

नोट: भारतीय न्याय संहिता की धारा 118, कुछ परिवर्तनों के साथ भारतीय दंड संहिता की धारा 324 एवं 326 के समरूप है।

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Section 118 of BNS Bare Act

Section 118 of The Bharatiya Nyaya Sanhita Bare Act

FAQs from BNS Section 118

  1. What is 118 BNS punishment?

    बीएनएस की धारा 118(1) के तहत अपराधी को 3 वर्ष तक के कारावास से और धारा 118(2) के तहत अपराधी को आजीवन कारावास से या 1 वर्ष से 10 वर्ष तक के कारावास से दंडित किया जा सकता है।

  2. What is the fine under section 118 of the Bharatiya Nyaya Sanhita?

    बीएनएस की धारा 118(1) के तहत ₹20,000 तक के जुर्माने से दण्डित किया जा सकता है और धारा 118(2) में जुर्माने की राशि नहीं बताई गयी है, इस जुर्माने की राशि को मामले की सुनवाई के वक़्त न्यायाधीश स्वयं तय करता है।

  3. Is 118 BNS a cognizable or non-cognizable offence?

    बीएनएस की धारा 118(1) और धारा 118(2) के अंतर्गत किए गए अपराध ‘संज्ञेय’ हैं।

  4. Is 118 BNS bailable or not?

    बीएनएस की धारा 118(1) और धारा 118(2) के अंतर्गत किए गए अपराध ‘गैर-जमानतीय’ हैं।

  5. 118 BNS offence is triable by which Court?

    बीएनएस की धारा 118(1) के अंतर्गत किए गए अपराध की सुनवाई ‘कोई मजिस्ट्रेट’ कर सकता है और बीएनएस की धारा 118(2) के अंतर्गत किए गए अपराध की सुनवाई ‘प्रथम वर्ग का मजिस्ट्रेट’ करता है।

Difficult words of BNS Section 118

शब्दसरल अर्थ
संज्ञेय अपराध ऐसे अपराध जिनमें कोई पुलिस अधिकारी बिना वारंट के भी गिरफ्तार कर सकता है।
​असंज्ञेय अपराधऐसे अपराध जिनमें कोई पुलिस अधिकारी बिना वारंट के गिरफ्तार नहीं कर सकता।
जमानतीय अपराधऐसे अपराध जिनमें पुलिस थाने से सीधे जमानत मिल जाती है, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की प्रथम अनुसूची में सभी जमानतीय अपराध दिए गए हैं।
गैर-जमानतीय अपराधऐसे अपराध जिनमें पुलिस थाने से सीधे जमानत नहीं मिलती, बल्कि न्यायलय में मामले की सुनवाई के बाद न्यायाधीश इसका फैंसला करता है कि जमानत कब मिलेगी, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की प्रथम अनुसूची में सभी गैर जमानतीय अपराध दिए गए हैं।
आघातप्रहार करके चोट पंहुचना
स्वेच्छा सेखुद की इच्छा से/जानबूझकर
संक्षारक पदार्थऐसा रसायन जो दूसरे पदार्थ की मूल संरचना को भंग कर सकता है, अर्थात मनुष्य पर इसका उपयोग किए जाने पर यह घातक प्रभाव डालेगा।

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