Section 125 BNS: दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाला कार्य

Section 125 BNS | BNS 125

जो कोई इतने उतावलेपन या उपेक्षा से कोई ऐसा कार्य करेगा कि उससे मानव जीवन या दूसरों की व्यक्तिगत सुरक्षा संकट में पड़ जाए, तो ऐसा कार्य करने वाले व्यक्ति को 3 महीने तक के कारावास से या ₹2500 तक के जुर्माने से या दोनों से दंडित किया जाएगा।

उदाहरण: भूरा और लालू दोनों अच्छे दोस्त हैं, एक दिन भूरा और लालू मोटरसाइकिल पर घूमने के लिए गए तो भूरा ने मोटरसाइकिल से स्टंट करने शुरू कर दिए, जबकि लालू ने ऐसा न करने की सलाह दी, किंतु भूरा ने लालू की एक न सुनी और बार-बार स्टंट करके खुद का और लालू का जीवन संकट में डाला, ऐसे मामले में यदि लाल भूरा की शिकायत दर्ज करता है तो भूरा को उपरोक्त धारा के अनुसार 3 महीने तक की कैद या ₹2500 तक के जुर्माने से या दोनों से दंडित किया जा सकेगा। 

(a) जहाँ उपहति/आघात पहुंचाया गया है, ऐसे मामले में अपराधी को 6 महीने तक के कारावास से या ₹5000 तक के जुर्माने से या दोनों से दंडित किया जाएगा।

उदाहरण: लालू और भूरा दोनों एक साथ कॉलेज जाते थे, एक दिन लालू ने भूरा के मना करने के बावजूद शराब पीकर बाइक चलायी और बाइक गिरने से भूरा को छोटी मोटी चोट आ गयी, ऐसे मामले में यदि भूरा लालू के खिलाफ शिकायत दर्ज करेगा, तो लालू को उपरोक्त उपधारा के अनुसार 6 महीने तक की कैद से या ₹5000 तक के जुर्माने से या दोनों से दंडित किया जा सकेगा। 

(b) जहाँ घोर उपहति/आघात पहुंचाया गया है, ऐसे मामले में अपराधी को 3 वर्ष तक के कारावास से या ₹10,000 तक के जुर्माने से या दोनों से दंडित किया जाएगा।

उदाहरण: कालू और भूरा चचेरे भाई हैं, एक दिन वे अपने एक दोस्त की शादी में एक साथ गए थे, वापस आते वक़्त कालू ने ज्यादा शराब पी ली और भूरा के लाख मना करने के बावजूद भी गाड़ी कालू ने ही खुद चलाई और एक्सीडेंट कर दिया, इस एक्सीडेंट में भूरा की दोनों आंखें खराब हो गयीं, ऐसे मामले में यदि भूरा कालू के खिलाफ शिकायत दर्ज करता है, तो कालू को उपरोक्त उपधारा के अनुसार 3 वर्ष तक की कैद से या ₹10,000 तक के जुर्माने से या दोनों से दंडित किया जा सकेगा। 

नोट: भारतीय न्याय संहिता की धारा 125, कुछ परिवर्तनों के साथ भारतीय दंड संहिता की धारा 336, 337 एवं 338 के समरूप है।

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Section 125 of BNS Bare Act

Section 125 of The Bharatiya Nyaya Sanhita Bare Act

FAQs from BNS Section 125

  1. What is 125 BNS punishment?

    बीएनएस की धारा 125 के तहत अपराधी को 3 महीने तक के कारावास से, धारा 125(a) के तहत अपराधी को 6 महीने तक के कारावास से, और धारा 125(b) के तहत अपराधी को 3 वर्ष तक के कारावास से दंडित किया जा सकता है।

  2. What is the fine under section 125 of the Bharatiya Nyaya Sanhita?

    बीएनएस की धारा 125 के तहत अपराध करने पर ₹2500 तक का जुर्माना, धारा 125(a) के तहत अपराध करने पर ₹5,000 तक का जुर्माना और धारा 125(b) के तहत अपराध करने पर ₹10,000 तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।

  3. Is 125 BNS a cognizable or non-cognizable offence?

    बीएनएस की धारा 125, धारा 125(a) और धारा 125(b) के अंतर्गत किए गए अपराध ‘संज्ञेय’ हैं।

  4. Is 125 BNS bailable or not?

    बीएनएस की धारा 125, धारा 125(a) और धारा 125(b) के अंतर्गत किए गए अपराध ‘जमानतीय’ हैं।

  5. 125 BNS offence is triable by which Court?

    बीएनएस की धारा 125, धारा 125(a) और धारा 125(b) के अंतर्गत किए गए अपराध की सुनवाई ‘कोई मजिस्ट्रेट’ कर सकता है।

Difficult words of BNS Section 125

शब्दसरल अर्थ
संज्ञेय अपराध ऐसे अपराध जिनमें कोई पुलिस अधिकारी बिना वारंट के भी गिरफ्तार कर सकता है।
​असंज्ञेय अपराधऐसे अपराध जिनमें कोई पुलिस अधिकारी बिना वारंट के गिरफ्तार नहीं कर सकता।
जमानतीय अपराधऐसे अपराध जिनमें पुलिस थाने से सीधे जमानत मिल जाती है, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की प्रथम अनुसूची में सभी जमानतीय अपराध दिए गए हैं।
गैर-जमानतीय अपराधऐसे अपराध जिनमें पुलिस थाने से सीधे जमानत नहीं मिलती, बल्कि न्यायलय में मामले की सुनवाई के बाद न्यायाधीश इसका फैंसला करता है कि जमानत कब मिलेगी, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की प्रथम अनुसूची में सभी गैर जमानतीय अपराध दिए गए हैं।
उतावलापनअधैर्य होना
उपहति/आघातप्रहार करके चोट पंहुचना

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