Section 126 BNS: गलत तरीके से जानबूझकर रोकना

Section 126 BNS | BNS 126

126(1) BNS | BNS 126(1) | Wrongful Restraint Meaning

सदोष अवरोध: जो कोई किसी व्यक्ति को जानबूझकर बाधा पहुंचाता है, ताकि उस व्यक्ति को किसी ऐसी दशा में आगे बढ़ने से रोका जा सके जिसमें उस व्यक्ति को आगे बढ़ने का अधिकार है, तो कहा जाएगा कि उसने उस व्यक्ति को गलत तरीके से रोका है।

अपवाद: भूमि के या जल के ऐसे प्राइवेट मार्ग में बाधा डालना जिसके संबंध में उस व्यक्ति को सद्भावपूर्वक विश्वास है कि वहां बाधा डालने का उसे विधिपूर्ण अधिकार है, इस धारा के अर्थ के अंतर्गत अपराध नहीं कहलायेगा।

उदाहरण: कालू और भूरा एक ही गांव के निवासी हैं लेकिन उन दोनों में दुश्मनी है, कालू, भूरा के एक फार्म हाउस पर कब्जा करना चाहता है, इसको लेकर भूरा, कालू को चेतावनी देता है कि वह उसके फार्म हाउस में कदम न रखें, इस मामले में भूरा ने विधिपूर्ण अधिकार का प्रयोग किया है, इसलिए उसने कालू को गलत तरीके से नहीं रोका है।

126(2) BNS | BNS 126(2) | Wrongful Restraint Punishment

जो कोई किसी व्यक्ति को गलत तरीके से रोकेगा तो उसे 1 महीने तक के सादा कारावास या ₹5,000 तक के जुर्माने या दोनों से दंडित किया जाएगा।

उदाहरण: कालू एक बदमाश प्रवृत्ति का व्यक्ति है, वह भूरा को अपनी गली से आने जाने को मना करता है और चेतावनी देता है कि यदि भूरा ने ऐसा किया तो वह झगड़ा करेगा, क्योंकि भूरा का उस गली से आने-जाने का विधिपूर्ण अधिकार है, इसलिए इस मामले में कालू को उपरोक्त उपधारा के अनुसार 1 महीने तक के सादा कारावास या ₹5,000 तक के जुर्माने या दोनों से दंडित किया जाएगा।

नोट: भारतीय न्याय संहिता की धारा 126, कुछ परिवर्तनों के साथ भारतीय दंड संहिता की धारा 339 एवं 341 के समरूप है।

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Section 126 of BNS Bare Act

Section 126 of The Bharatiya Nyaya Sanhita Bare Act

FAQs from BNS Section 126

  1. What is 126 BNS punishment?

    बीएनएस की धारा 126 के तहत 1 महीने तक के सादा कारावास से दंडित किया जा सकता है।

  2. What is the fine under section 126 of the Bharatiya Nyaya Sanhita?

    बीएनएस की धारा 126 के तहत ₹5,000 तक के जुर्माने से दंडित किया जा सकता है।

  3. Is 126 BNS a cognizable or non-cognizable offence?

    बीएनएस की धारा 126 के अंतर्गत किए गए अपराध ‘संज्ञेय’ हैं।

  4. Is 126 BNS bailable or not?

    बीएनएस की धारा 126 के अंतर्गत किए गए अपराध ‘जमानतीय’ हैं।

  5. 126 BNS offence is triable by which Court?

    बीएनएस की धारा 126 के अंतर्गत किए गए अपराध की सुनवाई ‘कोई मेजिस्ट्रेट’ कर सकता है।

Difficult words of BNS Section 126

शब्दसरल अर्थ
संज्ञेय अपराध ऐसे अपराध जिनमें कोई पुलिस अधिकारी बिना वारंट के भी गिरफ्तार कर सकता है।
​असंज्ञेय अपराधऐसे अपराध जिनमें कोई पुलिस अधिकारी बिना वारंट के गिरफ्तार नहीं कर सकता।
जमानतीय अपराधऐसे अपराध जिनमें पुलिस थाने से सीधे जमानत मिल जाती है, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की प्रथम अनुसूची में सभी जमानतीय अपराध दिए गए हैं।
गैर-जमानतीय अपराधऐसे अपराध जिनमें पुलिस थाने से सीधे जमानत नहीं मिलती, बल्कि न्यायलय में मामले की सुनवाई के बाद न्यायाधीश इसका फैंसला करता है कि जमानत कब मिलेगी, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की प्रथम अनुसूची में सभी गैर जमानतीय अपराध दिए गए हैं।
अवरोधरुकावट या रोकना
विधिपूर्णक़ानूनी

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